भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के संबंध का असर शुरू से ही क्रिकेट पर दिखता आया है, हाल के दिनों की बात करे तो पकिस्तान और भारत एशिया कप को लेकर आमने सामने खड़े है. वही अब पाकिस्तान को एक और झटका लग सकता है. दरअसल पाकिस्तान अंतराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) विश्व कप की रेस से बाहर हो सकता है. अगर ऐसा होता है तो यह पकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के लिए बड़ी शर्मसार बात होगी.
भारत में हो रहा विश्व कप का आयोजन, पाकिस्तान को आना होगा भारत
आपको बता दे इस साल भारत में आईसीसी विश्व कप आयोजित होने जा रहा है. जिसके लिए कई टीमें विश्व कप खेलने भारत आएंगी, उनमें से एक टीम पाकिस्तान भी हो सकती है, हलाकि पाकिस्तान का भारत आना यह वहा की सरकार पर निर्भर करता है. वही आपको बता दे पाकिस्तान को लेकर आईसीसी के एक सदस्य ने कहा ‘पाकिस्तान सरकार बीसीसीआई की तरह ही मंजूरी देगी, यह सरकार की मंजूरी के बाद ही पीसीबी के पास आ सकती है’. इसी कारण अब ऐसे कयास लगाए जा रहे है के पाकिस्तान इस साल के विश्व कप से बाहर हो सकती है.
भारत और पाकिस्तान का मुकाबला होगा यहां
वही अगर पाकिस्तान की सरकार अगर खिलाडियों को भारत आने की मंजूरी दे देती है तो भारत बनाम पाकिस्तान का मुकाबला अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेटियम में हो सकता है. वही आपको बताते चले पाकिस्तान के ज्यादातर मुकाबले दक्षिण भारत यानी बैंगलुरू और चेन्नई में होने की संभावना है. वही अब देखे वाली बात यह होगी के पाकिस्तान का यह विश्व कप संकट कब खत्म होता है.
एशिया कप के लिए तना – तनी, हो सकता है श्रीलंका में एशिया कप
वही आपको बता दे भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप को लेकर पहले से ही तना -तनी जारी है, जहा एक ओर पाकिस्तान एशिया कप का आयोजन अपने हाथ से नहीं जाने देना चाहता तो वही भारत अपने खिलाड़ियों को पाकिस्तान नही भेजना चाहता, अब ऐसे में भारत का साथ श्रीलंका और बांग्लादेश ने भी दिया है. इस कारण यह कयास लगाए जा रहे है के एशिया कप का आयोजन पाकिस्तान छोड़ श्रीलंका में कराया जा सकता है.
हाइब्रिड मॉडल का सुझाव, बीसीसीआई ने किया इंकार
वही एशिया कप का आयोजन पाकिस्तान अंतिम वक्त तक अपने हाथ से जाने नही देना चाहता, वही इसी क्रम में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष नाजिम सेठी ने हाइब्रिड मॉडल का सुझाव पेश किया था, इस मॉडल के तहत भारत अपना मुकाबला शरजा, या अन्य किसी जगह खेल सकता है बाकी के सारे मुकाबले पाकिस्तान में आयोजित किए जायेंगे. हालाकि की बीसीसीआई ने इस से भी साफ इंकार कर दिया है.